माफियाओं को प्रशासन और खनिज विभाग ने खुली छूट दे रखी है। यही वजह है कि बंद रेत घाटों से धडल्ले से अवैध उत्खनन चल रहा है। रेत माफिया बिना रायल्टी के रेत बेचकर शासन को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। खनिज उड़नदस्ता के द्वारा परिवहन में लगे वाहनों को जब्त कर कार्रवाई की औपचारिकता निभाई जा रही है। जबकि रेत घाटों में उत्खनन में लगे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बारिश के मौसम में नदी–नालों से रेत का उत्खनन पूरी तरह से बंद रहता है लेकिन कोरबा के हसदेव नहीं से सरेआम रेत का उत्खनन किया जा रहा है। सीतामढ़ी इलाके के मोतीसागरपारा रेत घाट को प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है बावजूद इसके रेत माफिया जेसीबी के जरिए रेत का उत्खनन कर रहे है। दिन दहाड़े ये कारोबार चल है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे है।